गोल्डी बराड़ Vs लॉरेंस बिश्नोई: अब गैंगवार में कौन ‘देशभक्त’ और कौन ‘गद्दार’?
शुरुआत एक कहानी से…
मान लीजिए आपके दो बचपन के दोस्त हैं – दोनों साथ में स्कूल गए, साथ में क्रिकेट खेले और बड़े होकर साथ में बिज़नेस (भले ही वो गलत हो!) भी शुरू किया। लेकिन फिर एक दिन, उनमें से एक अचानक ऐलान कर देता है – “अब हमारी राहें जुदा हैं। अब मैं अलग रास्ता चुनूंगा।”
कुछ ऐसा ही हुआ है आज के भारत के सबसे चर्चित गैंगस्टरों में से दो — गोल्डी बराड़ और लॉरेंस बिश्नोई — के बीच।
क्या है पूरा मामला?
गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने हाल ही में एक ऑडियो मैसेज जारी करके सबको चौंका दिया। इस मैसेज में गोल्डी ने खुद कहा कि अब उसकी और लॉरेंस बिश्नोई की राहें अलग हो चुकी हैं।
- उसने बताया कि लॉरेंस का भाई अनमोल बिश्नोई अब उसके ग्रुप का हिस्सा नहीं है।
- गोल्डी ने खुद को ‘देशभक्त’ बताया और कहा कि वह गद्दारों के साथ नहीं रहेगा।
- उसने अनमोल को लालची और संगठन को धोखा देने वाला बताया।
गैंगवार में नया मोड़ या दिखावा?
क्या ये सच में कोई नई गैंगवार की शुरुआत है, या सिर्फ एक रणनीति? पुलिस अलर्ट पर है क्योंकि दोनों गैंग्स के बीच टकराव की आशंका है।
सोचिए ज़रा…
जब अपराध की दुनिया में भी ‘देशभक्ति’ और ‘गद्दारी’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल होने लगे, तब क्या समाज वाकई उस मोड़ पर पहुंच चुका है जहाँ अपराधी खुद नैतिकता की परिभाषा तय करने लगे हैं?
अंत में…
गोल्डी बराड़ और लॉरेंस बिश्नोई की ये नई ‘दूरी’ सिर्फ गैंगवार का ट्रेलर है या इसके पीछे कोई बड़ी स्क्रिप्ट छिपी है?
ये तो वक्त ही बताएगा, लेकिन इतना तय है — जब गैंगस्टर खुद को देशभक्त कहें, तब आम आदमी को और भी ज्यादा सतर्क हो जाना चाहिए।