अनलिस्टेड शेयर मार्केट का सच: लेटेस्ट केस स्टडीज़, यूट्यूब इन्फ्लुएंसर्स का खेल और निवेशकों के लिए चेतावनी
सोचिए आपका कोई दोस्त कहता है:
“भाई, Waaree Energies का शेयर Unlisted मार्केट में ₹1,100 (2022_2023)में ले लो। पर IPO आने से ठीक पहले प्राइस 2550 से 2800 तक चला गए।IPO में सीधा डबल हो जाएगा!”
आप लालच में खरीद लेते हैं। IPO आता है, शेयर लिस्ट होते ही ₹2,500 पर खुलता है। आप सोचते हैं – “लॉटरी लग गई!”
लेकिन तभी आपका ब्रोकर कहता है:
“भाई, 6 महीने का Lock-in है। अभी बेच नहीं सकते।”
6 महीने बाद शेयर गिरकर ₹1,600 आ जाता है। यानी लिस्टिंग हाई होते हुए भी, आप मुनाफा नहीं निकाल पाए।
Unlisted Share Market क्या है?
- Unlisted Shares वो होते हैं, जो NSE, BSE जैसे स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टेड नहीं होते।
- इन्हें ब्रोकर, प्राइवेट डीलरों या Online Platforms के जरिए बेचा जाता है।
- Investors सोचते हैं – IPO में लिस्ट होते ही पैसा डबल-तिगुना हो जाएगा।
- लेकिन असलियत अक्सर उलटी होती है।
कैसे होता है खेल Unlisted Shares में?
Price कैसे चढ़ाया जाता है?
- बड़े प्लेयर्स कम प्राइस पर Unlisted शेयर खरीद लेते हैं।
- फिर वही शेयर Online Platforms पर ऊंचे रेट पर लिस्ट करवा दिए जाते हैं।
- यूट्यूब Influencers कहते हैं:
“ये शेयर Multi-Bagger है, जल्दी खरीद लो!”
- Retail Investors FOMO में ऊंचे दाम पर खरीद लेते हैं।
- IPO आते ही बड़े प्लेयर्स शेयर ऊंचे भाव पर बेचकर profit book कर लेते हैं।
YouTube Influencers का रोल
Unlisted शेयरों में Retail Investors को फंसाने में सबसे बड़ा रोल YouTubers और Social Media Influencers का है।
कैसे होता है ये गेम?
- प्लेटफॉर्म्स या कंपनियां Influencers को Sponsorship देती हैं।
- Influencers वीडियो बनाते हैं जैसे:
“Top 5 Unlisted Stocks जो IPO में डबल होंगे।”
- कहते हैं:
“ये मैंने खुद खरीदे हैं। Multi-Bagger होंगे!”
- Audience सोचती है – “ये तो expert advice है।”
- असल में उन्हें वीडियो के बदले ₹50,000–₹5 लाख तक मिलते हैं।
- ये सिर्फ Buying की बात करते हैं। Selling की कोई बात नहीं होती।
- और वीडियो के अंत में Disclaimer डाल देते हैं:
“ये सिर्फ मेरी personal राय है, निवेश से पहले सलाह लें।”
लेटेस्ट केस स्टडीज़: Unlisted Shares और IPO का सच
1. Tata Technologies (Tata Tech)
- Unlisted Market Price (2023): ₹800–₹1,000 प्रति शेयर
- IPO Price (2023): ₹500 प्रति शेयर
- Listing Price (NSE): ₹1,200 प्रति शेयर
- 👉 जिन लोगों ने ₹800 में खरीदा, उन्हें फायदा मिला। लेकिन जिन्होंने ₹1,000 में खरीदा, उनका मार्जिन कम हो गया।
2. HDB Financial Services
- Unlisted Market Price (2023-2024): ₹900–₹1,200 प्रति शेयर
- IPO Price (2025): ₹740 प्रति शेयर
- Listing Price (NSE): ₹835 प्रति शेयर
- 👉 जिन्होंने Unlisted में ₹1,000 या उससे ऊपर खरीदा, उन्हें नुकसान हुआ क्योंकि IPO प्राइस कम रहा।
3. Waaree Energies
- Unlisted Market Price (2022-2023): ₹750–₹1,100 प्रति शेयर
- IPO Price (2024): ₹1,503 प्रति शेयर
- Listing Price (NSE): ₹2,500 प्रति शेयर
- 👉 Waaree का IPO शानदार रहा। पर जिन लोगों ने Unlisted में ₹1,100 पर खरीदा, उनका मार्जिन उतना नहीं बढ़ा जितना ₹750 पर खरीदने वालों का बढ़ा।
4. Swiggy
- Unlisted Market Price (2024-2025): ₹350–₹550 प्रति शेयर
- IPO Price (2025): ₹390 प्रति शेयर
- Listing Price (NSE): ₹420 प्रति शेयर
- 👉 Swiggy के जिन निवेशकों ने ₹550 पर Unlisted शेयर खरीदे, उनका मुनाफा नाममात्र ही रहा।
Unlisted Shares में Lock-in Period का सबसे बड़ा धोखा
- SEBI नियम के मुताबिक, Pre-IPO Investors पर 6 महीने का Lock-in Period लगता है।
- IPO के बाद आप तुरंत शेयर बेच नहीं सकते।
- सबसे बड़ा धोखा: IPO listing भले ही हाई प्राइस पर हो, पर आप बेच नहीं पाते।
- जब तक Lock-in खत्म होता है, अक्सर शेयर का प्राइस गिर जाता है।
उदाहरण:
- Waaree Energies IPO पर ₹2,500 पर लिस्ट हुआ।
- Unlisted Investors 6 महीने बेच ही नहीं पाए।
- 6 महीने बाद शेयर गिरकर ₹1,600–₹1,700 तक आ गया।
- यानि Profit सिर्फ कागज पर ही रहा।
यही वजह है कि कई एक्सपर्ट कहते हैं:
“IPO listing के बाद ही शेयर खरीदना अक्सर ज्यादा Safe होता है। Unlisted Market की हड़बड़ी में ना फंसो।”
Unlisted Shares – Should You Buy?
फायदे:
- Early Entry बड़े ब्रांड्स में।
- Multibagger बनने का मौका।
नुकसान:
- Selling बेहद मुश्किल।
- Price Manipulation का खतरा।
- Lock-in Period में Profit निकाल ही नहीं पाते।
- IPO listing के बाद अक्सर गिरावट आती है।
कैसे बचें इस जाल से?
- कंपनी के Financials SEBI या MCA साइट पर चेक करें।
- अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर प्राइस Compare करें।
- हर YouTuber की सलाह पर भरोसा न करें।
- Unlisted में उतना ही पैसा लगाएं, जितना डूबने पर भी सहन कर सको।
- याद रखें – “Profit तभी है जब बेच सको।”
आखिरी और सबसे बड़ा सबक…
IPO listing के बाद ही शेयर खरीदना अक्सर ज्यादा Safe होता है। Unlisted में जल्दी घुसने का फायदा तभी है जब आप Lock-in और Liquidity Risk समझते हों।
आखिर में सवाल…
क्या आप Unlisted Shares में निवेश कर चुके हैं? अगर हां, तो क्या आपको ज्यादा डर लगता है ऊंचे प्राइस पर Buying करने में या Exit न मिल पाने में?
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